देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में......! देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में.........
चलने दो हमें शूल के राहों में अकेला। अरे तू क्यों रही है पगली, छोड़ दे हमें इन्हीं पथ चलने दो हमें शूल के राहों में अकेला। अरे तू क्यों रही है पगली, छोड़ दे हमें इ...
वापसी पर वापसी पर
आस पास तो बहुत लोग हैं,पर पास कोई नहीं! आस पास तो बहुत लोग हैं,पर पास कोई नहीं!
पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके..... पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके.....
तनिक भी न हम घबराएं दे और शान्त मन परीक्षा, सदा ही पढ़ी और सुनी है हम सबने ही ये शिक्ष तनिक भी न हम घबराएं दे और शान्त मन परीक्षा, सदा ही पढ़ी और सुनी है हम सबने ही...